पिछले आर्टिकल में हमने आपको domain name खरीदने के बारे में विस्तार से बताया था। अपनी पसंद का डोमेन लेने के बाद अपना blog या website बनाने के लिए जो अगला कदम आपको उठाना है वह है web hosting service लेना। एक बार जैसे ही आप गूगल पर वेब होस्टिंग लिख कर सर्च करेंगे तो सैकड़ों web hosting companies की जानकारी आपके समक्ष आ जायेगी लेकिन यदि आप इस क्षेत्र में नए हैं तो शुरुआत में आप किसी भी कंपनी पर भरोसा करने के बजाये बड़े और trusted नामों पर ही भरोसा करें। इसका प्रमुख कारण है इन ब्रांड्स की customer care service और help section जो की किसी भी नए blogger या web developer के लिए बहुत ही महत्त्वपूर्ण होते हैं।
यहां मैं एक बार फिर कहना चाहूँगा कि webhosting लेते समय सस्ते (cheap hosting) के चक्कर में बिलकुल न फंसे, खासकर यदि आप इस क्षेत्र में नए हैं तब तो बिलकुल नहीं। मेरी राय में Hostgator , Blue Host , Godaddy आदि कुछ ऐसे बड़े अंतर्राष्ट्रीय ब्रांड हैं जिन पर आप अपनी वेब यात्रा की शुरुआत करने के लिए भरोसा कर सकते हैं।
आगे बढ़ने से पहले आपको web hosting की terminology समझनी पड़ेगी। ज्यादातर वेब होस्टिंग कंपनियां तीन तरह के hosting plans ऑफर करती हैं। Shared Hosting , VPS (Virtual private Server) और Dedicated Server प्लान्स। यहां हम यह मान कर चल रहे हैं की आप एक WordPress ब्लॉग बनाने जा रहे हैं और उसके लिए आपको shared Hosting लेनी है। shared होस्टिंग का अर्थ है की एक ही सर्वर के रिसोर्सेज को कई users द्वारा शेयर किया जाना।
shared web Hosting में भी कई कई plans होते हैं और पहली बार वेब होस्टिंग खरीद रहे व्यक्ति को ये समझने में बहुत कठिनाई होती है की इनमें से कौनसा लिया जाए। कितनी space ली जाए या कितनी bandwidth ली जाए। आइये इसे समझते हैं।
यदि आप एक WordPress ब्लॉग बनाने का सोच रहे हैं तो उसके लिए आपको शुरुआत में बहुत ज्यादा space की आवश्यकता नहीं होगी। 500MB space वाला प्लान भी आपके लिए पर्याप्त से अधिक ही होगा। दूसरी चीज़ होती है Bandwidth . इसकी आवश्यकता शुरुआत में तो बस नाम मात्र की ही होती है लेकिन जैसे जैसे आपके ब्लॉग पर आने वाले ट्रैफिक की मात्रा बढ़ती है, bandwidth की मात्रा भी बढ़ती जाती है।
कहने का अर्थ ये हैं की शुरुआत में आप web hosting का कोई भी entry level plan ले सकते हैं और बाद में अपनी जरूरत के अनुसार उसे upgrade कर सकते हैं।
Web Hosting Plan लेने के बाद आपकी वेब होस्टिंग कंपनी आपको एक ईमेल भेजती है जिसमें आपके होस्टिंग अकाउंट की सम्पूर्ण detail व दिशा निर्देश रहते हैं। इन details में आपका यूजर नेम, पासवर्ड, control panel URL आदि होते हैं जिनका उपयोग करके आप अपने अकाउंट में login कर सकते हैं। इसके साथ ही आपकी website का एक temporary URL भी दिया रहता है जिसे आपको अपने domain से connect करना होता है, ताकि आपकी website आपके द्वारा register कराये गए domain के जरिये किसी भी browser में खुल सके।
इसके लिए आपको आप के webhost द्वारा nameserver डिटेल्स दी जाती है। आपको इन name server details को अपने domain name के कण्ट्रोल पैनल में जाकर बदलना होता है। एक बार nameservers बदलने के बाद कुछ घंटों में वेबसाइट आपके अपने domain के जरिये खुलने लगती है।
अब आपकी वेबसाइट पर आप files upload कर सकते हैं। इसके लिए आप contorl panel का उपयोग कर सकते हैं या फिर किती FTP program का ( जैसे FileZilla) सहारा ले सकते हैं।
खैर, हमें तो WordPress ब्लॉग बनाना है, तो अगली पोस्ट में बात करते हैं WordPress installation की ।